“भारत से डरते हैं तो टैरिफ लगाते हैं!” – मोहन भागवत का तंज

अजमल शाह
अजमल शाह

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण बयान देते हुए कहा कि भारत के बढ़ते प्रभाव से कुछ देश घबरा गए हैं और इसी डर के चलते वे टैरिफ जैसे दबाव के हथकंडे अपना रहे हैं।

हालांकि उन्होंने किसी देश का नाम नहीं लिया, पर बात साफ थी – अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के संदर्भ में उन्होंने यह टिप्पणी की।

“जब कोई देश भारत की शक्ति से डरता है, तो वो अपनी ताकत का इस्तेमाल भारत पर दबाव बनाने में करता है,” – मोहन भागवत

‘मैं और मेरा’ से हटकर ‘हम और हमारा’ की सोच अपनाने की जरूरत

नागपुर में ब्रह्माकुमारीज विश्व शांति सरोवर के 7वें स्थापना दिवस पर बोलते हुए भागवत ने ज़ोर दिया कि आज की दुनिया को अपने रवैये में बड़ा परिवर्तन लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि:

“टैरिफ लगाना आत्मकेंद्रित सोच का नतीजा है। ये ‘मैं’ और ‘मेरा’ की मानसिकता है। जब ‘हम और हमारा’ की सोच आएगी, तब समस्याएं अपने आप खत्म हो जाएंगी।”

करुणा की जरूरत है – यही है भारत की दिशा

भागवत ने स्पष्ट किया कि आज की दुनिया डर के कारण उलझी हुई है, जबकि भारत के पास वो आध्यात्मिक दृष्टि है जो विश्व को दिशा दे सकती है।

“जब हम करुणा अपनाएंगे और डर से ऊपर उठेंगे, तो कोई हमारा दुश्मन नहीं रहेगा।”

उन्होंने यह भी कहा कि भारत सिर्फ एक बड़ा देश नहीं, बल्कि ऐसा राष्ट्र है जो और बड़ा, आत्मनिर्भर और दिशा-प्रदर्शक बनना चाहता है।

महिलाओं की शक्ति को दी सराहना, ब्रह्माकुमारीज की तुलना RSS से

भागवत ने ब्रह्माकुमारीज के महिलाओं द्वारा संचालित होने की सराहना की और कहा कि RSS और ब्रह्माकुमारीज दोनों ही आंतरिक चेतना को जागृत करने का कार्य करते हैं।

“हमारे समाज में अपनत्व की भावना खास है। लोग मुश्किल में भी संतुष्ट रहते हैं, क्योंकि उन्हें भरोसा होता है – समय आने पर सब ठीक हो जाएगा।”

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